Grahak Chetna

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Anand Pal Encounter

राजस्थान के बहुचर्चित आनंदपाल एनकाउंटर मामले में कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को अस्वीकार किया है ACJM सीबीआई कैसेज अदालत ने इस पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए तत्कालीन चुरु एसपी राहुल बारहट , तत्कालीन एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश चौधरी, डीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़, आर ए सी हैड कांस्टेबल कैलाश सहित सात के खिलाफ के खिलाफ अब मुकदमा चल सकता है। माना जा रहा है कि कोर्ट के संज्ञा लेने के बाद में तत्कालीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा चल सकता है अगर ऐसा होता है तो पुराने कानून के तहत 302 में मुकदमा चलाया जाएगा पूरे घटना की बात करें तो मामला 24 जून 2017 को चूरू के मालासर गांव का है तत्कालीन एसओजी के आईजी दिनेश एम एन के नेतृत्व में उसे समय वांछित अपराधी आनंदपाल को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की । अलग-अलग जिलों में पुलिस की मदद से आनंदपाल गैंग से जुड़े नेटवर्क को खंगाला और उनके कई गुर्गो को गिरफ्तार किया एसओजी मैं कार्रवाई करते हुए आनंदपाल के कई गुर्गो को गिरफ्तार किया जिससे धीरे-धीरे गैंग टूटने लगी और एक्टिव मेंबर कम होने लगे कई संपत्तियां भी जप्त करवाई गई 100 से ज्यादा लोग पुलिस के गिरफ्त में आ गए पुलिस ने अपने इंटेलिजेंस की मदद से जून 2017 में आनंदपाल गैंग्स जुड़े एक गुर्गे इनफॉर्मर के तौर पर तैयार किया और गैंग में घुसपैठ की धीरे-धीरे पुलिस आनंदपाल और उसके भाइयों की लोकेशन ढूंढने में कामयाब हो गई इसके बाद 24 जून 2017 को देर रात शेखावटी चुरु के मालासर गांव में एसओजी ने आनंदपाल का एनकाउंटर किया पुलिस के अनुसार मुठभेड़ के दौरान आनंदपाल और उसके दो साथियों ने एक-47 समेत अन्य हथियारों से करीब 100 राउंड फायर किए थे जवाबी कार्रवाई में आनंदपाल को भी कई गोलियां लगी थी एनकाउंटर के बाद इसमें शामिल अधिकारियों को सम्मानित भी किया गया और उन्हें प्रमोशन भी दिया गया था। जब आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ तो उनके समाज के लोगों ने इस एनकाउंटर का विरोध किया और इसे फर्जी एनकाउंटर बताया था उस समय तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने इस पूरे एनकाउंटर की जांच को सीबीआई को सौंप दिया वर्ष 2020 में सीबीआई में अपनी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी आप सीबीआई कोर्ट ने इस पूरे मामले में सीबीआई द्वारा सोप गई रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है इससे इसमें अब अलग मोड सामने आ गया है प्राइमरी फेसिया ऐसा माना जा रहा है कि आनंदपाल एनकाउंटर फर्जी तरीके से अंजाम दिया गया था #grahakchetna.in
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राजस्थान के बहुचर्चित आनंदपाल एनकाउंटर मामले में कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को अस्वीकार किया है ACJM सीबीआई कैसेज अदालत ने इस पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए तत्कालीन चुरु एसपी राहुल बारहट , तत्कालीन एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश चौधरी, डीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़, आर ए सी हैड कांस्टेबल कैलाश सहित सात के खिलाफ के खिलाफ अब मुकदमा चल सकता है। माना जा रहा है कि कोर्ट के संज्ञा लेने के बाद में तत्कालीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा चल सकता है अगर ऐसा होता है तो पुराने कानून के तहत 302 में मुकदमा चलाया जाएगा पूरे घटना की बात करें तो मामला 24 जून 2017 को चूरू के मालासर गांव का है तत्कालीन एसओजी के आईजी दिनेश एम एन के नेतृत्व में उसे समय वांछित अपराधी आनंदपाल को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की । अलग-अलग जिलों में पुलिस की मदद से आनंदपाल गैंग से जुड़े नेटवर्क को खंगाला और उनके कई गुर्गो को गिरफ्तार किया एसओजी मैं कार्रवाई करते हुए आनंदपाल के कई गुर्गो को गिरफ्तार किया जिससे धीरे-धीरे गैंग टूटने लगी और एक्टिव मेंबर कम होने लगे कई संपत्तियां भी जप्त करवाई गई 100 से ज्यादा लोग पुलिस के गिरफ्त में आ गए पुलिस ने अपने इंटेलिजेंस की मदद से जून 2017 में आनंदपाल गैंग्स जुड़े एक गुर्गे इनफॉर्मर के तौर पर तैयार किया और गैंग में घुसपैठ की धीरे-धीरे पुलिस आनंदपाल और उसके भाइयों की लोकेशन ढूंढने में कामयाब हो गई इसके बाद 24 जून 2017 को देर रात शेखावटी चुरु के मालासर गांव में एसओजी ने आनंदपाल का एनकाउंटर किया पुलिस के अनुसार मुठभेड़ के दौरान आनंदपाल और उसके दो साथियों ने एक-47 समेत अन्य हथियारों से करीब 100 राउंड फायर किए थे जवाबी कार्रवाई में आनंदपाल को भी कई गोलियां लगी थी एनकाउंटर के बाद इसमें शामिल अधिकारियों को सम्मानित भी किया गया और उन्हें प्रमोशन भी दिया गया था। जब आनंदपाल का एनकाउंटर हुआ तो उनके समाज के लोगों ने इस एनकाउंटर का विरोध किया और इसे फर्जी एनकाउंटर बताया था उस समय तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने इस पूरे एनकाउंटर की जांच को सीबीआई को सौंप दिया वर्ष 2020 में सीबीआई में अपनी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी आप सीबीआई कोर्ट ने इस पूरे मामले में सीबीआई द्वारा सोप गई रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है इससे इसमें अब अलग मोड सामने आ गया है प्राइमरी फेसिया ऐसा माना जा रहा है कि आनंदपाल एनकाउंटर फर्जी तरीके से अंजाम दिया गया था #grahakchetna.in

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